पांच दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य समारोह का हुआ समापन

1. मानवीय पहलुओं को रूप की तरह दिखाता नाटक अग्नि और बरखा
2. नाटक “अग्नि और बरखा”-  अग्नि रूपी विकृतियों पर वर्षा रूपी मानवीय भावनाओं की जीत है

:- पांच दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य समारोह का हुआ समापन

:- समागम रंगमंडल की प्रस्तुति के साथ पांच दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य समारोह का गिरा पर्दा

दमोह। संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से युवा नाट्य मंच दमोह द्वारा नगर के पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम में पांच दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य समारोह का आयोजन किया गया।  आयोजन के अंतिम दिवस समागम रंगमंडल के द्वारा नाटक अग्नि और बरखा की शानदार प्रस्तुति दी गई जिसमें पात्रों के अभिनय व कहानी ने लोगों के दिल को छू लिया। महाभारत के वन पर्व को केंद्र में रखते हुए वरिष्ठ नाटककार स्वर्गीय गिरीश कर्नाड द्वारा नाटक अग्नि और बरखा को कन्नड़ भाषा में लिखा गया था जिसे हिंदी रूपांतरित किया गया है।नाटक की कहानी मानवीय स्वार्थ जातिवाद और द्वेष के इर्द-गिर्द घूमती है जिसे अग्नि के रूप में दिखाया गया है और बाद में इन सब के ऊपर प्रेम और मानवीय नैतिक मूल्यों की विजय होती है जिसे बरखा का रूपक दिया गया है।

अत्यंत प्रभावी है दृश्य
नाटक के दृश्य अत्यंत प्रभावी हैं और निर्देशक स्वाति दुबे के निर्देशन में कमाल के दृश्य मंच पर रचते हुए कहानी को रूपकों से दिखाया गया है। प्रमुख कलाकारों में परावसु बने विधान कटारे, अरवसु व वृत्तासुर के रूपमे उत्सव हंडे, यवक्री , हर्षित सिंह अत्यंत प्रभावित करते हैं।  शिवाकर सप्रे, अर्पित खटीक,  अंकित कुमार ने एक से अधिक भूमिकाओं को निभाते हुए भी सभी भूमिकाओं के साथ बराबर न्याय किया है।  राजा बने विशाल ठाकुर, सभासद , तरुण सराफ, अनमोल किरार, स्वाति दुबे, मानसी रावत,ज्योत्स्ना कटारिया,  शिवांजलि गजभिये, साक्षी दुबे ने अपनी अपनी भूमिकाओं को अपने अभिनय से पहचान देने में सफल रहे हैं। आशीष पाठक ने संगीत व प्रकाश संयोजन को संभाला है और नाटक की पृष्ठभूमि देशकाल को ध्यान में रखकर उन्होंने अपना काम किया है। वही आधुनिक होते रंगमंच के बाद भी वाद्य यंत्रों का भी उपयोग पूरा पूरा किया गया है जिसमें हर्षित सिंह, आदित्य रूसिया, ज्योत्सना कटारिया, शिवांजलि गजभिये, स्वाति दुबे, मानसी रावत, विधान कटारे, शिवाकर सप्रे ने अपना अपना कार्य बखूबी किया है।

संस्था ने जताया आभार
पांच दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य समारोह के समापन पर युवा नाट्य मंच परिवार में सभी का आभार जताते हुए जल्द ही फिर नए समारोह के साथ उनके बीच आने की बात कही। इस दौरान संस्था अध्यक्ष राजीव अयाची ने कहा कोरोना संक्रमण काल के बाद अब दुनिया तेजी से सामान्य हो रही है और कला क्षेत्र भी लोगों के बीच फिर से अपनी जगह सुनिश्चित कर रहा है। पिछले 4 माह में हमने दो राष्ट्रीय नाट्य समारोह आयोजित किए हैं, और जल्दी ही हम फिर एक नए नाटक समारोह के साथ आपके बीच में होंगे।

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