संत शिरोमणि आचार्य भगवंत श्री 108 विद्यासागरजी महाराज एवं उनके परम आज्ञानुवर्ती शिष्यों के मंगल सानिध्य में 17 जनवरी 2006 को कुंडलपुर के बड़े बाबा नवीन मंदिर की बेदी पर विराजमान हुऐ थे, आज उच्चासन दिवस मनाया गया,

बड़े बाबा के उच्चासन दिवस पर हो रही शांति धारा

        दमोह।संत शिरोमणि आचार्य भगवंत श्री 108 विद्यासागरजी महाराज एवं उनके परम आज्ञानुवर्ती शिष्यों के मंगल सानिध्य में 17 जनवरी 2006 को कुंडलपुर के बड़े बाबा नवीन मंदिर की बेदी पर विराजमान हुऐ थे, आज उच्चासन दिवस मनाया गया, इस मंगल अवसर पर बड़े बाबा का मंत्रों के साथ 108 कलशो से पूजन~अभिषेक, शांतिधारा संपन हुई, 17 जनवरी से शुरू विशेष पूजन अभिषेक और शांतिधारा 20 जनवरी तक सुबह ऑन लाइन बुकिंग के साथ आचार्यश्री के मंगल आर्शीवाद से मुनि संघ और आर्यिका रत्न माताजी के सानिध्य में विविध आयोजन किए जा रहे हैं, उच्चासन दिवस के अवसर पर संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज को नवधा भक्ति भाव से आहार देने का सौभाग्य ब्रा ईश्वरदास भैया, एवं महेन्द्र सोधिया महराजपुर निवासी परिवार को प्राप्त हुआ। आज ही आचार्य श्री के शिष्य मुनि श्री प्रसाद सागर जी महाराज की संघ सहित कुण्डलपुर में भव्य मंगल अगवानी हुई, 3 वर्ष बाद मुनि प्रसाद सागर जी को आचार्यश्री के साक्षात दर्शन करने का सौभाग्य मिला। मुनि श्री का आज सुबह विपरीत मौसम मे भी हिंडोरिया से पद विहार हुआ और आहारचर्या ग्राम देवडोंगरा में संपन्न हुई। दोपहर बाद पद विहार गुरू चरणों की ओर कुण्डलपुर हुआ। कुण्डलपुर में विराजमान मुनि संघ और आर्यिका माताजी सहित धर्मप्रेमी जनों ने मुनिश्री प्रसाद सागर जी महाराज, मुनि श्री उत्तम सागर जी महाराज, मुनि श्री पुराण सागर जी, मुनि श्री शैल सागर जी महाराज का बड़े बाबा की धरा कुण्डलपुर में भव्य अगवानी गुरू भक्तों के द्वारा की गई।

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