कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने जिले के नागरिकों से कहा है शहर के प्रबुद्ध नागरिक, सामाजिक संगठन, नगर विकास समिति सभी की तरफ से इस बारे में कई सुझाव मिले थे, पुलिस अधीक्षक से मिलकर के इसमें काफी लम्बा मंथन किया गया था और इस बारे में आरटीओ, एसडीएम, ट्रैफिक पुलिस, सभी लोगों ने मिल करके इसमें चर्चाएं की है। इस संबंध में लंबी चर्चा हुई है और अब इसमें 2-3 तरह की स्ट्रेटेजी लागू करने जा रहे है, पहला यह करने जा रहे है की एक टीम देखेगी की कहाँ-कहाँ ई- रिक्शा और ऑटो रिक्शा को पार्क करने के स्थान निर्धारित कर सकते है। कोशिश की जायेगी वह स्थानों का चिन्हांकन कर लें और फिर उसको नोटिफाई कर दें, ताकि ई-रिक्शा और ऑटो रिक्शा वहीं पर खड़े होंगे, बेतरतीब कहीं पर भी खड़े नहीं होंगे।
कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने कहा दूसरा आटो रिक्शा के लिए एक निर्देशिका बनाई, उस निर्देशिका में दो तीन तरह के लोग है, पहला जो ई-रिक्शा और ऑटो विक्रेता है, जो आटो रिक्शा विक्रय करते है उनको क्या-क्या गाईडलाइन्स फॉलो करनी है, आटो रिक्शा बेचते समय, बेचने से पहले और दूसरी बात जो क्रेता है, मान लीजिए कोई ई-रिक्शा खरीदता है, वह ई-रिक्शा का मालिक है, लेकिन वह उसको चलाता नहीं है, चलाता कोई और है, किसी और को दिया हुआ है, चलाने के लिए, तो उन सब लोगों के लिए भी उनको क्या प्रोटोकोल फॉलो करना पड़ेगा, वह सारे निर्देश इसमें व्यवस्थित रूप से जारी किये जा रहे हैं।
इसमें एक खास बात यह होगी की यातायात पुलिस पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में एक अच्छी पहल की है। उन्होंने ऑटो रिक्शा और ई-रिक्शा दोनों के लिए अलग-अलग कलर के स्टीकर तैयार किये है तो यह स्टीकर जो है वाहनों के ऊपर लगाए जाएंगे, जैसे मान लीजिए किसी का ई-रिक्शा है, ई-रिक्शा मान लीजिए वह नंबर वॅन है, तो ई-वॅन, ई-टू, ई-थ्री, इस तरीके से सभी रिक्शा के नंबर होंगे और यह नंबर लेने हर रिक्शा को यातायात थाने जाना होगा, वहाँ पर यह नंबर दोनों तरफ आगे और पीछे स्टीकर चिपकाए जाएंगे और जब यह स्टीकर लगाने के लिए उनको बुलाया जाएगा तब उनके सारे कागजातों की चेकिंग, सारा सत्यापन उनका पी.यू.सी. हुआ है की नहीं, उनके रजिस्ट्रेशन है की नहीं, उनका बीमा है की नहीं, उनका सारे पंजीयन है की नहीं, सब चीजों को देखा जाएगा, फिटनेस को देखा जाएगा और इस प्रकार से वो रिक्शा फिर जो है सड़कों पर चलने के लायक होगा।
कलेक्टर श्री कोचर ने कहा इस प्रकार यह एक पूरी एक गाईडलाइन जारी की जा रही हैं, डिटेल्ड गाईडलाइन इसमें यह सब भी होगा की सब कितनी क्षमता आपको रखनी चाहिए, कितनी सवारी आप ले जा सकते हैं, आपको कहाँ खड़े रहना है, आटो रिक्शा की क्या स्पीड रहेगी, इन सब चीजों के ऊपर एक विशेष मार्गदर्शिका जारी की जा रही हैं और यह मार्गदर्शिका सभी के लिए उपयोगी होगी और बहुत स्पष्ट गाइड लाइन होने से चीजें फॉलो करने में आसान होगा।