सबसे बड़ी आजादी चुनने की आजादी होती है, हम जो पसंद करते हैं
क्या उसे चुन सकते हैं, यदि यह अधिकार हमारे पास है तो यह सबसे बड़ा अधिकार होता है, मतदाता के पास यह अधिकार होता है कि वह अपनी पसंद की सरकार चुन सकता है। मतदान कोई रस्म या प्रक्रिया नहीं है, यह हम सभी का अधिकार है, हम सभी का कर्तव्य है और लोकतंत्र के महायज्ञ में मतदान की आहुति ही सबसे बड़ी आहुति है और उसी से हम एक सशक्त लोकतंत्र की स्थापना कर सकते हैं। इस आशय के विचार कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने आज प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के ऑडिटोरियम में आयोजित 15 वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर व्यक्त किये। इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी ईश्वर जरांडे, सीईओ जिला पंचायत अर्पित वर्मा, अपर कलेक्टर मीना मसराम, एडीशनल एसपी संदीप मिश्रा, संयुक्त कलेक्टर अविनाश रावत मंचासीन थे। कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथियों का बैच लगाकर सम्मान किया गया।
कलेक्टर श्री कोचर ने कहा यदि प्रशासनिक व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करना है, तो मतदाता की सबसे बड़ी जरूरत होती है, क्योंकि मतदाता ही सरकार को चुनता है। उन्होंने कहा दमोह में 12 ट्रांसजेंडर मतदाता है उन्हें कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है। दमोह में जितने भी 100 साल से अधिक उम्र के मतदाता है उनके घर जाकर सम्मान किया गया है। उन्होंने कहा घंटाघर पर अलग-अलग आयु समूह के मतदाताओं को लेकर एक छोटा सा सर्कल बनाकर यह बताने की कोशिश की गई है कि मतदाता और मतदान कितना जरूरी है।
एडिशनल एसपी संदीप मिश्रा ने कहा भारत में जो डेमोक्रेटिक पैटर्न आया है उसमें मतदाताओं ने हमेशा अच्छा काम किया है, बहुत अच्छे तरीके से डेमोक्रेसी रन कर रही है। उन्होंने सभी से आग्रह करते हुये कहा आप सभी मतदान के अधिकार का प्रयोग करें, ताकि हमारी जन्मभूमि अच्छी और सुरक्षित होकर पुष्पित और पल्लवति हो। छात्र अजय कुशवाहा ने मजबूत लोकतंत्र सबकी भागीदारी पर एकल भाषण प्रस्तुत किया तथा महेन्द्र पटैल एवं साथी ने निर्वाचन गीत प्रस्तुत किया।